सात्विकी मकरंद छाया, ओढ़नी सी ओढ़ लूं मैं , तव सुमन की सौम्यता से.... सात्विकी मकरंद छाया, ओढ़नी सी ओढ़ लूं मैं , तव सुमन की सौम्यता से....
ये जींदगी रुक गई थी, राहें खो गई थीं ये जींदगी रुक गई थी, राहें खो...
माँ के ममता भरे आँचल से लेकर प्रीतम के आँगन तक का सफ़र है ज़िंदगी..! माँ के ममता भरे आँचल से लेकर प्रीतम के आँगन तक का सफ़र है ज़िंदगी..!
पेपर भी बन गए सभी ठीक लिखे उत्तर उसने सही-सटीक लेखन है वाह कितना सुंदर लगते मोती जैसे हो अक्षर। पेपर भी बन गए सभी ठीक लिखे उत्तर उसने सही-सटीक लेखन है वाह कितना सुंदर लगते म...
बेबाक हर्फ़ 'न' था, बेवफ़ा शब्द हां था, वो प्यार तब कहां था.... बेबाक हर्फ़ 'न' था, बेवफ़ा शब्द हां था, वो प्यार तब कहां था....
यहाँ तक मैं भी खारी मिठास ! ये मिठास क्या होती है ? यहाँ तक मैं भी खारी मिठास ! ये मिठास क्या होती है ?